महिला जागृति शिविर
योजना का उद्देश्यः- महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों, प्रावधानों के प्रति जागृत करना, विभिन्न सामाजिक कुप्रथाओं के विरूद्ध महिलाओं को जागृत व संगठित करना तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करना।
आयोजन:- विभाग द्वारा इस हेतु प्रदेश के ग्राम पंचायतों, जनपद एवं जिला स्तरों पर समय-समय पर महिला जागृति शिविरों का आयोजन किया जाता है।
सम्पर्कः- जिला कार्यक्रम अधिकारी/जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी/ परियोजना अधिकारी/पर्यवेक्षक/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता।
महिला स्व-सहायता समूह गठन एवं सशक्तिकरण
जिलों से प्राप्त प्रतिवेदन अनुसार 68071 महिला स्व-सहायता समूह गठित किये गये है । जिनके तहत लगभग 8.03 लाख महिलाएं संगठित हुई है, तथा इन समूहों द्वारा 53.08 करोड़ रूपये की राशि बचत की गई है । प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्कूल मध्यान्ह भोजन, आंगनबाड़ी पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, आंगनबाड़ी केन्द्र के हितग्रहियों के लिए रेडी टू ईट एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकान के संचालन के साथ-साथ विभिन्न कार्यो को कार्य किया जा रहा है ।
योजना
का उद्देश्य:-
1.
असंगठित ग्रामीण महिलाओं को संगठित
करना।
2.
महिलाओं को समूह में छोटी-छोटी बचत
करने तथा अपनी छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति हेतु समूह में ही न्यूनतम दर पर
लेन-देन हेतु सक्षम बनाने में सहयोग प्रदान करना।
3.
महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक
सशक्तिकरण।
संपर्क:-
आंगनबाड़ी
कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक,
बाल
विकास परियोजना अधिकारी,
जिला
महिला एवं बाल विकास अधिकारी,
जिला
कार्यक्रम अधिकारी, संबंधित जिला कलेक्टर।
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